इंदौर – नगर निगम द्वारा जल कर और कचरा संग्रहण शुल्क बढ़ाने के फैसले को वापस ले लिया गया है। मंत्री तुलसी सिलावट ने रेसीडेंसी कोठी पर इसकी घोषणा की। इस दौरान सांसद शंकर लालवानी, विधायक महेंद्र हार्डिया और नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे भी मौजूद थे। मंत्री सिलावट ने कहा कि मंत्री भूपेंद्र सिंह से चर्चा के बाद टैक्स बढ़ोतरी स्थगित हुई है। गौरतलब है कि नगर निगम द्वारा टैक्स बढ़ाए जाने का विरोध शुरू हो गया था, कांग्रेस के साथ भाजपा नेताओं ने भी इसको लेकर आपत्ति दर्ज की थी। आज सुबह कांग्रेस ने बड़ा गणपति चौराहे पर इसको विरोध प्रदर्शन किया था।
पहले 425 रुपये में कचरे व सीवरेज की सफाई, टैक्स बढ़ने पर हो गए थे 5320 रुपये
इंदौर में शहरवासियों पर वर्ष 2016 में कचरा संग्रहण शुल्क लागू किया गया था। इसके पहले संपत्तिकर का 50 फीसद स्वच्छता कर लिया था। यानी विजय नगर क्षेत्र में जो परिवार 1900 रुपये संपत्तिकर देता था उसे प्रतिवर्ष स्वच्छता शुल्क के नाम पर 425 रुपये देना होता थे। यह राशि संपत्ति कर में शामिल रहती थी। लेकिन बढ़े टैक्स में 5320 रुपये देना पड़ते, जो 10 गुना ज्यादा है।

